MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 13 Forest and River (Jalaluddin Rumi)

Ashok Nayak
0

MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 13 Forest and River (Jalaluddin Rumi)

Guys who are planning to learn and understand the topics of MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 13 Forest and River from this page for free of cost. Make sure you use them as reference material at the time of preparation & good grades in the final exams. Students who feel tough to learn English concepts can take help from this MP Board Board Class 12th English Chapter 13 Forest and River PDF and answer all the questions easily in the exams. Go to the below sections and get Class 12th English Chapter 13 MP Board Board Solutions PDF. Students can also download MP Board 12th Model Papers to help you to revise the complete Syllabus and score more marks in your examinations.

MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 13 Forest and River (Jalaluddin Rumi)

Table of content (TOC)

MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 13 Forest and River (Jalaluddin Rumi)

Forest And River Exercises From The Text-Book

Comprehension Chapter 13 Forest and River

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

Question 1.
Why does the forest envy the river?
[2009, 18]
जंगल नदी से ईर्ष्या क्यों रखता है?
Answer:
The forest envies the freedom of movement that the river enjoys and regrets its own destiny of remaining chained to one place.
जंगल नदी को प्राप्त घूमने की आजादी से ईर्ष्या रखता है और एक स्थान पर बँधकर रहने की अपनी तकदीर पर तश्चाताप करता है।

Question 2.
What is the kingdom of water?
जल का साम्राज्य क्या है?
Answer:
The sea is the kingdom of water. जल का साम्राज्य समुद्र में है।

Question 3.
What is the forest’s complaint about its life? [2009]
अपने जीवन के विषय में जंगल की क्या शिकायत है?
Answer:
The forest regrets its own destiny of remaining chained to one place. It complains that it grows old in silence and dies.
जंगल एक स्थान पर बँधकर रहने के अपने भाग्य पर पश्चाताप व्यक्त करता है। उसे शिकायत है कि वह इसी प्रकार शान्त रहकर बूढ़ा हो जायेगा और मर जायेगा।

Question 4.
How does the river praise the forest? [2012]
नदी जंगल की प्रशंसा किस प्रकार करती है?
Answer:
The river praises the majestic seclusion that the forest enjoys. It praises the calm and rest gifted to the forest.
नदी जंगल को प्राप्त भव्य एकाकीपन की प्रशंसा करती है। वह जंगल को प्राप्त शान्ति व विश्राम की भी प्रशंसा करती है।

Question 5.
Why does the river consider its journey meaningless? [2009]
नदी अपनी यात्रा को व्यर्थ क्यों मानती है?
Answer:
The river considers its journey meaningless because it always runs and runs and never has a moment of calm and rest.
नदी अपनी यात्रा को व्यर्थ मानती है क्योंकि यह सदैव चलती और चलती रहती है और कभी भी शान्ति व विश्राम का क्षण प्राप्त नहीं कर पाती।

Question 6.
In what way does the dialogue between the river and the forest reflect the dilemma of a passer-by?
नदी व जंगल के मध्य का वार्तालाप किस प्रकार पास से गुजरने वाले एक व्यक्ति की दुविधा को दर्शाता है?
Answer:
The dialogue between the river and the forest beautifully reflects the dilemma of a passerby. He is not able to decide as to which course of life he should choose. The freedom of movement that the river enjoys on the majestic seclusion, calm and rest that the forest enjoys.

नदी व जंगल के मध्य का वार्तालाप पास से गुजरने वाले व्यक्ति की दुविधा को खूबसूरती से दर्शाता है। वह यह निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है कि उसे जीवन में कौन-सा मार्गदर्शन अपनाना चाहिए-नदी द्वारा उठायी जाने वाली स्वतन्त्रता का आनन्द अथवा जंगल द्वारा उठाये जाने वाले एकाकीपन, शान्ति एवं विश्राम का आनन्द।


Forest And River Summary

– Jalaluddin Runi

यह एक प्राकृतिक नियम है कि हम दूसरों के जीवन और दूसरों की परिस्थितियों को अपने से बेहतर पसंद करते हैं। जंगल, नदी द्वारा प्राप्त स्वतंत्रता के साथ प्रतिद्वंद्विता महसूस करते हुए, अपने भाग्य पर पछतावा करता है कि वह एक ही स्थान पर रहने के लिए बाध्य है। दूसरी ओर, नदी यह समझती है कि जंगल का आनंद लेने वाला एकांत उसकी हमेशा बहने वाली स्वतंत्रता से बेहतर है। उसे लगता है कि उसकी यात्रा व्यर्थ है। नदी चाहती है कि जंगल को मिलने वाली शांति और सुकून उसे भी मिले। इस प्रकार नदी और जंगल एक दूसरे की स्थितियों की तुलना करते हैं और दूसरे की स्थिति को अपने से बेहतर मानते हैं। मनुष्य के मन में भी यह प्रश्न उठता है कि उसे जंगल में या नदी में किस प्रकार का जीवन व्यतीत करना चाहिए?

Final Words

तो दोस्तों आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी! शेयरिंग बटन पोस्ट के नीचे इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। इसके अलावा अगर बीच में कोई परेशानी हो तो कमेंट बॉक्स में पूछने में संकोच न करें। आपकी सहायता कर हमें खुशी होगी। हम इससे जुड़े और भी पोस्ट लिखते रहेंगे। तो अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर हमारे ब्लॉग "various info: Education and Tech" को बुकमार्क (Ctrl + D) करना न भूलें और अपने ईमेल में सभी पोस्ट प्राप्त करने के लिए हमें अभी सब्सक्राइब करें। 

अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। आप इसे व्हाट्सएप, फेसबुक या ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर साझा करके अधिक लोगों तक पहुंचने में हमारी सहायता कर सकते हैं। शुक्रिया!

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

If you liked the information of this article, then please share your experience by commenting. This is very helpful for us and other readers. Thank you

If you liked the information of this article, then please share your experience by commenting. This is very helpful for us and other readers. Thank you

Post a Comment (0)
!
Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !

Adblocker detected! Please consider reading this notice.

We've detected that you are using AdBlock Plus or some other adblocking software which is preventing the page from fully loading.

We don't have any banner, Flash, animation, obnoxious sound, or popup ad. We do not implement these annoying types of ads!

We need money to operate the site, and almost all of it comes from our online advertising.

×